Thursday, March 26, 2009

बाशो का हाइकू

मेरे घोडे को वहा ले चलो
जहा पंछी गाते है


बाशो अक बहुत ही साधारण जीवन जीता है
जंगल मे नदी किनारे उसकी झोपडी है उसमे वो
वाही बेठ कर अपने हाइकू लिखता है
वोह अक राजकुमार था जब उसके पिता का देहांत होवा तो
उसने कहा की मे अब यह राज्य छोड़ रहा हूँ
क्योकी एक दिन सभी मर जाएगे और बात रही इस राज्य की तो कोई नाकोई तो इसे सम्हाल ही लेगा

एक दिन मैभी मर जाउगा तो वो कहता है 'मेरे घोडे को वहा ले चलो जहा पंछी गाते है '


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